“नशे से दूरी है जरूरी” — स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा

भव्य जनजागरूकता कार्यक्रम

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में विद्यार्थियों को नशे के विरुद्ध प्रेरक संदेश

आज दिनांक 26 जुलाई 2025 को स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, सागर में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा “नशे से दूरी है जरूरी” जनजागरूकता अभियान के अंतर्गत एक भव्य एवं प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस आयोजन में मध्य प्रदेश पुलिस के उच्च अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष ऊंचाई प्रदान की।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे –
🔹 पुलिस महानिरीक्षक, सागर जोन – श्रीमती हिमानी खन्ना (IPS)
🔹 उप पुलिस महानिरीक्षक – श्री सुनील पांडे (IPS)
🔹 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सागर – श्री लोकेश कुमार सिंहा
🔹 नगर पुलिस अधीक्षक, मकरोनिया – श्री अजय सनकट

 
👏 स्वागत एवं अभिनंदन

कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय की ओर से सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के शाल-श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत से हुई।
उप कुलाधिपति श्री आदित्य प्रखर तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा —

> “आज के युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के लिए जिस प्रकार से पुलिस प्रशासन सामने आ रहा है, वह समाज निर्माण की दिशा में अत्यंत प्रशंसनीय पहल है।”

🎤 प्रभावशाली वक्तव्य एवं संवाद

अतिथियों द्वारा विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के संदर्भ में दिए गए प्रेरक विचार:

🔹 श्रीमती हिमानी खन्ना (IPS) –

> “नशा केवल शरीर को नहीं, आत्मा और सपनों को भी नष्ट कर देता है।”
उन्होंने विद्यार्थियों को स्वस्थ दिनचर्या, आत्मसंयम और समय के सदुपयोग का मंत्र दिया।

🔹 श्री सुनील पांडे (IPS) –

> “नशा तात्कालिक आनंद देकर जीवन भर की पीड़ा देता है। राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं का स्वस्थ और जागरूक होना आवश्यक है।”

🔹 श्री लोकेश कुमार सिंहा –

> “यदि समाज सजग हो, तो नशे का अवैध कारोबार स्वतः समाप्त हो सकता है।” उन्होंने नशा-विरोधी कानूनों की भी जानकारी दी।

🔹 श्री अजय सनकट –

> “विद्यार्थी जीवन लक्ष्य निर्धारण का समय है — इसे नशे जैसी विनाशकारी प्रवृत्तियों से मुक्त रखना जरूरी है।”

📊 शैक्षणिक प्रस्तुति – “ड्रग्स का मानसिक प्रभाव”

डॉ. रूपेश कुमार उपाध्याय (सहायक कुलसचिव एवं अपराधशास्त्री) द्वारा प्रस्तुत शोध-आधारित प्रस्तुति में बताया गया कि —

> “ड्रग्स शरीर की अपेक्षा कहीं अधिक मस्तिष्क और आत्मबल को प्रभावित करता है, जिससे युवा लक्ष्यविहीन होकर अवसाद, कुंठा और सामाजिक अलगाव का शिकार हो जाते हैं।”

✍️ विशेष आकर्षण: “हस्ताक्षर अभियान”

कार्यक्रम के दौरान एसवीएन विश्वविद्यालय द्वारा “मैं नशे से सदैव दूर रहूंगा/रहूंगी” संकल्प को जन-आंदोलन का रूप देने हेतु हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई।
👉 इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती हिमानी खन्ना, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री सुनील पांडे सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं छात्रों ने संकल्प बोर्ड पर अपने हस्ताक्षर कर नशे के विरुद्ध एकजुटता का संदेश दिया।
👉 विश्वविद्यालय परिसर में लगाए गए इस जन-संकल्प बोर्ड को आगे भी विद्यार्थियों एवं नागरिकों के हस्ताक्षरों हेतु उपलब्ध रखा जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस जन-जागरूकता में सहभागी बन सकें।

🎯 अभियान की दिशा और भविष्य की योजना

यह पहल केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक मिशन का हिस्सा है। मध्य प्रदेश पुलिस की योजना है कि प्रदेशभर के विद्यालयों, महाविद्यालयों, कोचिंग संस्थानों में जाकर नशा मुक्ति एवं व्यक्तित्व विकास से संबंधित संवाद किए जाएं।

स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय ने इस अभियान का पूर्ण समर्थन करते हुए हर माह “युवा जागरूकता सत्र” आयोजित करने की घोषणा की है, जिसमें मनोवैज्ञानिक, समाजसेवी, चिकित्सक व वरिष्ठ अधिकारी युवाओं से संवाद करेंगे।

📸 कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ:

✔ वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत
✔ प्रेरक उद्बोधन
✔ छात्रों से सीधा संवाद
✔ शोध प्रस्तुति
✔ संकल्प एवं हस्ताक्षर अभियान
✔ युवाओं में ऊर्जा और उद्देश्य का संचार

📌 “सशक्त युवा, सुरक्षित समाज” — इस संकल्प को साकार करने में मध्य प्रदेश पुलिस का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय एवं अनुकरणीय है।
✊ नशे से दूर रहें, जीवन को भरपूर जिएं।

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